इस फिल्म का नाम पहले ‘कानपुर देहात’ था जो आज भी मेरे पास रजिस्टर्ड है. फिर लगा कि इस टाइटल से फिल्म कानपुर तक सीमित हो जाएगी इसलिए इसका नाम ‘आर्टिकल 15’ रजिस्टर कराया. अगर मैं चाहता तो इस फिल्म का नाम ‘बदायूं’ भी रजिस्टर करा सकता था. लेकिन असल में ये लाल गांव की कहानी है.
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